आयोजन का प्रारूप
आवाहन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 अनंत श्री विभूषित अवधूत बाबा अरुण गिरी जी महाराज । एनवायरमेंट बाबा ।
वैश्विक महायज्ञ: अद्वितीय आयोजन का प्रारूप
महायज्ञ में विशेष आमंत्रण
भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों को इस अद्वितीय महायज्ञ में विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा।
महायज्ञ की भव्य व्यवस्था
1.यज्ञ मंडप और प्रतीकात्मक राष्ट्रीय ध्वज
- 1,00,008 कुण्डीय यज्ञ मंडपों की स्थापना होगी।
- विश्व के सभी 195 देशों के राष्ट्रीय ध्वजों के साथ उनके विशिष्ट यज्ञ मंडप बनाए जाएंगे।
2.धार्मिक कर्मकांड और साधक
- 5,50,501 वेदपाठी, सात्विक, शास्त्री और आचार्य धार्मिक विधानों और प्रबंधन में संलग्न होंगे।
- 1,00,008 यज्ञ कुण्डों में 8,00,000 यजमानों का पंजीकरण किया जाएगा।
3.दिव्य संतों और नागा साधुओं का सान्निध्य
- लाखों संत और नागा साधु प्रतिदिन दर्शन और आशीर्वाद देंगे।
4.भक्तों की सुविधा
- प्रतिदिन 50,00,000 भक्तों के दर्शन और यज्ञ के अवलोकन की व्यवस्था होगी।
5.अन्नपूर्णा भवन
- 108 अन्नपूर्णा भवन का निर्माण होगा।
- प्रतिदिन 30,00,000 संत महापुरुषों, ब्राह्मणों, यजमानों और भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था होगी।
6.स्वास्थ्य सुविधाएं
- मल्टीस्पेशियलिटी चिकित्सालय की स्थापना होगी।
- आपातकालीन सेवाओं के लिए 100 बेड वाले शिविर और 50 फायर ब्रिगेड वाहन उपलब्ध होंगे।
7.धर्म स्वयंसेवक
- 1,00,000 धर्म स्वयंसेवक व्यवस्था और सुरक्षा का दायित्व संभालेंगे।