यज्ञ कुण्डों के प्रकार और उद्देश्य
आवाहन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 अनंत श्री विभूषित अवधूत बाबा अरुण गिरी जी महाराज । एनवायरमेंट बाबा ।
यज्ञ कुण्डों के प्रकार और उद्देश्य
1.योनि कुण्ड: योग्य पुत्र प्राप्ति हेतु।
2.अर्धचंद्राकार कुण्ड: परिवार में सुखशांति हेतु।
3.त्रिकोण कुण्ड: शत्रुओं पर विजय हेतु।
4.वृत्त कुण्ड: जनकल्याण और देश में शांति हेतु।
5.सम अष्टास्त्र कुण्ड: रोग निवारण हेतु।
6.सम षडास्त्र कुण्ड: झगड़ों के समाधान हेतु।
7.चतुष्कोण कुण्ड: सभी कार्यों की सफलता हेतु।
8.पद्म कुण्ड: तीव्रतम प्रयोग और सिद्धियों हेतु।